बिजली कनेक्शन काटने के नियम 2024

बिजली कनेक्शन उपभोक्ता के लिए बिजली संबंधी सभी नियमों को समझना, जानना एवं ध्यान पूर्वक पालन करना अनिवार्य है. क्योंकि, यदि किसी प्रकार की लापरवाही या नियमों का उल्लंघन करने पर बिजली कनेक्शन काट दिये जाते है. अर्थात, बिजली आपूर्ति कंपनियां या वितरण लाइसेंसधारी बिजली कंपनी विभिन्न कारणों से बिजली की आपूर्ति यानि बिजली कनेक्शन काट सकती है.

इस प्रकार बिजली कनेक्शन काटने के लिए कानून के अनुसार बिजली कंपनी के पास इसका अधिकारी होता है. यदि आप बिजली का बिल समय पर जमा नही करते या जिस जमीन पर बिजली कनेक्शन पास है, वह जमीन वैध नही है, तो ऐसे स्थिति में बिजली कनेक्शन कट सकता है.

बिजली कनेक्शन क्यों काटा जाता है?

दरअसल, बिजली कनेक्शन काटने कई नियम सरकार एवं बिजली वितरण करने वाली कंपनियों द्वारा निर्धारित किया गया है. यदि निर्धारित नियम का पालन उपभोक्ता द्वारा नही किया जाता है, तो उस स्थिति में उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन काट दिया जाता है. अर्थात, बिजली कनेक्शन काटने के नियम इस प्रकार है.

  • जब किसी उपभोक्ता द्वारा बिजली काटने के लिए अनुरोध किया जाता है.
  • यदि वितरण लाइसेंसधारी कंपनी या व्यक्ति को कानूनी तौर पर बिजली कनेक्शन डिस्कनेक्ट करने के लिए कहा जाता है.
  • जब उपभोक्ता अपने समझौता के अनुसार बिजली कनेक्शन डिस्कनेक्ट करने के लिए अधिकार देता है.
  • यदि उपभोक्ता द्वारा बिजली कनेक्शन नियम का प्रावधान उल्लंघन किया हो, उस स्थिति में बिजली कनेक्शन काट दिया जाता है.
  • यदि बिजली कनेक्शन स्वास्थ्य के लिए खतरा या सुरक्षा जोखिम या संपत्ति या उपभोक्ता या किसी व्यक्ति को क्षति होने की स्थिति में बिजली कनेक्शन काटा जा सकता है.
  • यदि उपभोक्ताओं द्वारा लागू नियम अनुपालन नहीं करते है, तो लाइसेंसधारी द्वारा, बिजली आपूर्ति काट दी जा सकती है.
  • बिजली का बिल समय पर या बकाया बिल और वर्तमान बिल जमा न करने पर कनेक्शन काट दिया जाएगा.
  • यदि उपभोक्ता को विद्युत संयंत्र के साथ छेड़छाड़ करते पाया जाता है, तो बिजली लाइन या मीटर, लाइसेंसधारी बिजली कनेक्शन काट सकते है.

Note: बिना किसी ठोस कारण के उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन नहीं काटा जा सकता है.

बिजली कनेक्शन काटने के नियम

विद्युत विभाग द्वारा किसी भी प्रकार का बिजली कनेक्शन काटने के नियम पूर्ण निर्धारित होता है. लेकिन यहाँ कुछ ऐसे नियम का उल्लेख कर रहे है, जिसे फॉलो न करने पर किसी का भी बिजली कनेक्शन काटा जा सकता है.

  • बिजली कनेक्शन की जरुरत न होने पर: यदि किसी उपभोक्ता को बिजली कनेक्शन की जरुरत न हो, तो आवेदन के माध्यम से कार्यालय में बिजली कनेक्शन के लिए बोल सकते है. इस स्थिति में आपका बिजली कनेक्शन काटा जा सकता है.
  • बिजली बिल समय पर जमा न करने पर: यदि बिजली बिल काफी समय से बकाया है, अर्थात समय पर जमा नही किया जा रहा है, तो कंपनी द्वारा आपका बिजली कनेक्शन काटे जा सकते है.
  • नियमों का उल्लंघन करने पर: यदि उपभोक्ता द्वारा बिजली कंपनी द्वारा निर्धारित नियमों का पालन नही किया जा रहा हो, जैसे बिजली का चोरी, किसी दूसरों को बिजली कनेक्शन देना आदि. ऐसे स्थिति में बिजली कनेक्शन कट सकता है.

बिजली कनेक्शन काटने के पहले सूचना

  • किसी भी उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन काटने के लिए लाइसेंसधारी द्वारा सूचना जारी किया जाता है.
  • उपभोक्ता के नोटिस में लाइसेंसधारी द्वारा कारण और संभावित कार्रवाई का उल्लेखकिया गया होता है.
  • नोटिस में उपभोक्ता से संपर्क करने का अनुरोध करने वाला एक खंड शामिल होता है.
  • कार्यालय परिसर के विशिष्ट भाग पर भी बिजली कनेक्शन काटने का नोटिस लगा सकता है.
  • पंजीकृत डाक द्वारा, पोस्टिंग प्रमाण पत्र के तहत, कुरियर या अन्य समान साधन द्वारा बिजली कनेक्शन काटने के एडवांस नोटिस भेजा सकता है.
  • कंपनी के नोटिस में निर्दिष्ट किया जाएगा कि उपभोक्ता ने नियत तारीख तक बिल के भुगतान करने में चूक की है. इसलिए, यह नोटिस भेजा गया है.
  • देय राशि का भुगतान करने में विफल बिजली कनेक्शन की आपूर्ति को डिस्कनेक्ट करने या प्रतिबंधित करने का अधिकार देगा.

बिजली कनेक्शन काटने के बाद वापस लगाने की प्रक्रिया

  • यदि किसी उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन डिस्कनेक्ट हो गया है, तो वह आवश्यक दस्तावेज के अनुसार पुनः बिजली कनेक्शन प्राप्त कर सकते है.
  • बिलों का भुगतान न करने पर या बिल के कमी के कारण बिजली की आपूर्ति काट दी गई है, तो बिजली का बिल जमा करने के बाद बिजली कनेक्शन को फिर से जोड़ा जा सकता है.
  • केईआरसी विनियम 2004 के अनुसार, शहरों और कस्बों में उपभोक्ता से भुगतान की प्राप्ति के बाद उसी दिन बिजली कनेक्शन जोड़ दिया जा सकता है.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ता से भुगतान प्राप्त होने के 24 घंटे के अन्दर बिजली कनेक्शन चालू किया जा सकता है.

यदि बिजली कंपनी के नियमों के उल्लंघन के कारण बिजली कनेक्शन काटा गया है, तो उचित दस्तावेज जमा करके फिर से बिजली कनेक्शन प्राप्त कर सकते है.

Note: यदि आप चाहते है कि कनेक्शन न कटे तो बिजली कनेक्शन काटने के नियम को ध्यान से पढ़े ताकि भविष्य में इस प्रकार का कोई भी अनचाही एक्शन बिजली कंपनी के तरफ से न हो.

शरांश: यदि किसी उपभोक्ता द्वारा बिजली का बिल बहुत दिनों से जमा नही किया जा रहा है या वो किसी संगीन उपराध में दोषी है, तो ऐसी स्थिति में बिजली कनेक्शन काटा जाता है. इसलिए, समय से बिजली बिल जमा करे अतिरिक्त बिल भी नही भरना पड़ेगा. यदि उपरोक्त सभी तथ्यों के सही होने के बाद भी बिजली कनेक्शन कटा है, तो बिजली चेकिंग के नियम को देखे तथा टोल फ्री नंबर पर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते है.

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पूछे जाने वाले प्रश्न: FAQs

Q. बिजली कनेक्शन काटने के नियम क्या है?

बिजली कनेक्शन काटने के नियम, यदि बिजली बिल समय पर जमा न किया जा रहा हो, या किसी नियम का उल्लंघन करने पर बिजली कनेक्शन काट दिया जा सकता है.

Q. अचानक बिजली कनेक्शन काटने का नियम क्या है?

यदि उपभोक्ता के तरफ बिजली चोरी या बिल जमा न करने के इल्जाम लगते है, तो ऐसे स्थिति में अचानक बिजली कनेक्शन कट सकता है.

Q. बिजली कटने का कारण क्या है?

यदि उपभोक्ता द्वारा बिजली का बिल काफी लम्बे समय तक नही भरा जाता है, तो उनका बिजली कनेक्शन कंपनी द्वारा काट दिया गया है. इसके अलवा, बिजली चोरी, बिजली कनेक्शन का गलत उपयोग आदि पर भी कनेक्शन काटा जा सकता है.

Q. बिजली कनेक्शन कब काटा जा सकता है?

यदि उपभोक्ता द्वारा बिल का भुगतान लम्बे समय तक नही किया जाता है, तो बिजली कनेक्शन काटा जा सकता है.

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