देश में किसान भाइयों की खेत में पानी की सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा टयूबवैल कनैक्शन की योजना चलाई जा रही हैं. इसके जरिए किसानों को टयूबवैल कनैक्शन अपने खेतों में लगाने के लिए सरकार आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है. ताकि अगर भारत में सुखार की स्थिति होती है, तो किसान अपने खेतों के फसल को उचित मात्रा में पानी दे सके. सरकार किसानों को खेतों में ट्यूबवेल लगाने के लिए सब्सिडी भी प्रदान कर रही है.
इस योजना का लाभ केवल छोटे किसानों को मिलेगा. योजना के तहत, उपभोक्ता को अपने बिजली लोड को बढ़ाने के लिए प्रति किलोवाट 100 रुपये का भुगतान करना होगा. इसके अलावा, सर्विस कनेक्शन शुल्क को वसूला नहीं जाएगा और नियमित लोड का कोई जुर्माना नहीं लगेग.
इस लेख में, ट्यूबवेल कनेक्शन में कितना खर्च आता है के बारे में संपूर्ण जानकारी स्टेप बाय स्टेप उपलब्ध कराया गया है. अर्थात ट्यूबवेल कनेक्शन लेने के लिए कितना पैसा लगता है बारे में संपूर्ण जानकारी शामिल है.
ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए खर्च
1. आवेदन शुल्क: जब भी कोई किसान भाई ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए अप्लाई करते हैं, तो आवेदन का फीस जमा करना होता है. इस शुल्क की राशि राज्य और बिजली कनेक्शन के निर्देशों के अनुसार अलग अलग हो सकती है. अपने राज्य पर निर्धारित ट्यूबवेल कनेक्शन आवेदन शुल्क की राशि पता करने के लिए ट्यूबवेल कलेक्शन के अधिकारी लोगों से पूछताछ कर सकते हैं.
2. सिक्योरिटी शुल्क जमा: सिक्यूरिटी शुल्क राशि का जमा बिजली विभाग के अधिकारी लोग लेते हैं. ताकि किसान भाई ट्यूबवेल कनेक्शन लगवाने के बाद में बिजली बिल की चोरी ना कर सके. इसलिए किसान को खेतों में ट्यूबवेल लगवाने से पहले एक बार बिजली विभाग के अधिकारी लोगों से सिक्यूरिटी शुल्क के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए.
3. बिजली मीटर शुल्क: यह शुल्क, ट्यूबवेल कनेक्शन में बिजली की खपत को मापने के लिए, मीटर को स्थापित करने के लिए लिया जाता है. इसलिए किसानों को पहले अपने गांव या जिले, कश्बे के बिजली विभाग ऑफिस में लोगों से बिजली मीटर शुल्क के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए.
4. तार और केबल का खर्च: यह खर्च ट्यूबवेल को बिजली मीटर से जोड़ने के लिए आवश्यक तार और केबल को खरीदने के लिए लिया जाता है. इसलिए किसान को ट्यूबेल कनेक्शन लेने से पहले बिजली ट्रांसफार्मर पोल से अपने खेतों तक की दूरी में बिछने वाले तार की लंबाई और लगने वाले जरूरी केबल के बारे में पता करें और पास के इलेक्ट्रॉनिक दुकान में जाकर मापे गए तार की लंबाई और केबल की खर्च के बारे में पता करें.
5. ट्यूबवेल का प्रकार: किसान अपने खेतों में किस तरह का ट्यूबवेल लगवा रहे हैं. इस ट्यूबवेल के प्रकार के लिए यह शुल्क अलग-अलग हो सकता है. आमतौर पर ट्यूबवेल तीन प्रकार के होते हैं,बिजली संचालित पंप सोलर पंप और डीजल पंप. इसके अलावा भी कई प्रकार के ट्यूबवेल हो सकते हैं.
6. ट्यूबवेल का आकार, गहराई: ट्यूबवेल के लिए किस आकार और कितने गहराइयों का बोरिंग करवा रहे हैं. यह शुक्ल उस ट्यूबवेल के आकार और गहराई पर निर्भर करता है.
7. ट्यूबवेल का भार: यह शुल्क, ट्यूबवेल के भार (किलोवाट) के आधार पर निर्धारित होता है. यानी जितना बड़ा या छोटा ट्यूबवेल का भरा होगा उसके अनुसार आपको शुल्क राशि भुगतान करना पड़ेगा.
8. कनेक्शन शुल्क: ट्यूबवेल को बिजली लाइन से जोड़ने के लिए बिजली कनेक्शन शुल्क या इंस्टालेशन शुल्क लिया जाता है. यह शुल्क अलग-अलग इलाके में बिजली विभाग के नियमों और शर्तों के अनुसार अलग-अलग हो सकता है. इसलिए किसान भाइयों को नजदीकी बिजली विभाग अधिकारी के लोगों से संपर्क करके इन शुल्कों के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए.
9. विभिन्न राज्यों में ट्यूबवेल कनेक्शन का शुल्क: अलग-अलग राज्यों में ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए शुल्क राशि भिन्न-भिन्न हो सकता है. क्योंकि हर राज्य अपने बिजली विभाग निगम नियमों के अनुसार निर्धारित शुल्क राशि को लागू करता है.इसका कई कारण हो सकता है.
हालांकि, शुल्क का मूल्य ट्यूबवेल के साइज, इंजन या मोटर की शक्ति और कनेक्शन के स्थान पर भी निर्भर करता है. इसलिए किसान को अपने गांव या कस्बे के बिजली विभाग निगम के अधिकारी लोगों से संपर्क करके इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए.
10. मजदूरी का खर्च: ट्यूबवेल स्थापित करने के लिए मजदूरों को भी पैसे देना पड़ता है. ताकि वे ट्यूबवेल को स्थापित करने का काम शुरू कर सके.मजदूरों से अलग अलग काम करवाने के लिए अलग अलग तरीके का पैसा भुगतान करना पड़ता है,जैसे कि खुदाई, पाइप लेन, ट्यूबवेल लगाना, इंजन को लगाना, इत्यादि. इसलिए, ट्यूबवेल स्थापित करने से पहले,मजदूरों का उचित भुगतान के साथ उनके काम के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए.
ट्यूबवेल कनेक्शन में लगने वाला खर्च
कम गहराई वाला ट्यूबवेल : कम गहराई वाले ट्यूबवेल यानी 50 से 100 फीट तक गहराई वाले ट्यूबवेल का खर्च लगभग 10,000 से 20,000 रूपए तक हो सकता है. यह खर्च घट या बढ़ सकता है. इसलिए,इसका वास्तविक खर्च जानने के लिए नजदीकी बिजली विभाग निगम या ट्यूबवेल लगाने वाले अधिकारी लोगों से पूरी जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए.
मध्यम गहराई वाला ट्यूबवेल: मध्यम गहराई वाला ट्यूबवेल यानी 100 से 200 फीट तक की गहराई वाले ट्यूबवेल का खर्च लगभग 20,000 से 40,000 रूपए तक हो सकता है. लेकिन यह खर्च घट या बढ़ सकता है. इसलिए,इसका वर्तमान खर्च जानने के लिए नजदीकी बिजली विभाग या ट्यूबवेल लगाने वाले अधिकारी लोगों से पूरी जानकारी प्राप्त कर लेना उत्तम रहेगा.
गहरा ट्यूबवेल: गहरा ट्यूबवेल यानी 200 फीट से अधिक तक गहराई वाले ट्यूबवेल का खर्च लगभग ₹ 40,000 से ₹ 80,000 तक हो सकता है. हालांकि इसका खर्च घट या बढ़ सकता है. इसलिए,इसका वास्तविक खर्च जानने के लिए नजदीकी बिजली विभाग निगम या ट्यूबवेल लगाने वाले अधिकारी के लोगों से पूरी जानकारी प्राप्त कर लेना उत्तम होगा.
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FAQs
Q. UP ट्यूबवेल कनेक्शन में कितना खर्च आता है?
यूपी में ट्यूबवेल कनेक्शन लगवाने के लिए खर्च आपके खेतों पर आधारित होता है. ऐसे में ट्यूबवेल कनेक्शन का अनुमानित खर्च तीन प्रकार का होता है.
- पहला – कम गहराई वाला ट्यूबवेल (50-100 फीट) जिसका खर्च ₹ 10,000 से ₹ 20,000 तक का हो सकता है.
- दूसरा – मध्यम गहराई वाला ट्यूबवेल (100-200 फीट) जिनका खर्च ₹ 20,000 से ₹ 40,000 का होता है.
- तीसरा – गहरा ट्यूबवेल (200 फीट से अधिक) जिनका लगभग खर्च ₹ 40,000 से ₹ 80,000 तक का होता है.
UP ट्यूबवेल कनेक्शन का खर्चा अलग अलग क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न हो सकती है. इसलिए आपको अपने पंचायत या जल संसाधन विभाग से संपर्क करके या उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ट्यूबवेल कनेक्शन की लागत के बारे में सभी विवरण प्राप्त करना चाहिए.
Q. सरकारी ट्यूबवेल कनेक्शन कैसे लगवाएं?
इसके लिए किसान को जल संसाधन विभाग से संपर्क या ट्यूबवेल कनेक्शन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना चाहिए. आवेदन वेरीफाई हो जाने के बाद किसान को ट्यूबवेल कनेक्शन का लाभ उठा सकते हैं. इसके साथ सरकार, किसानों को खेत के लिए ट्यूबवेल लगवाने में आने वाला खर्च के लिए सब्सिडी भी प्रदान करता है.
Q. ट्यूबवेल कनेक्शन में कितना खर्च आता है?
यह खर्च ट्यूबवेल के आकारों और प्रकारों और आपके खेतों पर निर्भर करता है. लेकिन एक सामान्य ट्यूबवेल लगवाने में आने वाला खर्च 10000 से 15000 के बीच हो सकता है. यह खर्च घट या बढ़ भी सकता है.इसकी सही जानकारी प्राप्त करने के लिए जल संसाधन विभाग से संपर्क करें.